stubble burning और भारत में उभरते चुनौतियां

क्या है इस stubble  burning?
सर्दियों के मौसम में पंजाब व हरियाणा के किसान उपज के बाद जो वेस्ट बचता  है उसको जलाने की प्रक्रिया में जुड़ जाते हैं जिससे कि दिल्ली जैसे बड़े शहरों में एनसीआर के आसपास के क्षेत्रों में प्रदूषण का स्तर ऊंचा हो जाता है इस कारण दिल्ली में दिवाली के समय पटाखे वह बम इत्यादि पर बैन लगता है सरकार की इस पर सख्त कार्रवाई होती है 


क्यों होती है stable burning 
किसानों में पर्यावरण संबंधी जागरूकता का भाव

सरकार द्वारा दी गई सुविधा में कमी

खेतों में टेक्नोलॉजी का कम इस्तेमाल करना

सरकार द्वारा स्टेबल बर्निंग को खत्म करने संबंधित सब्सिडी में राजनीतिक इच्छाशक्ति की कमी

ट्रांसपोर्टेशन का अभाव उपयुक्त अवसंरचना ना होना


90000 करोड से अधिक स्टेबल (farming waste)
मूल्य हैं

इस समस्या के प्रभाव
शीत ऋतु के शुरू होने पर दिल्ली एनसीआर क्षेत्रों में गंभीर पर्यावरण प्रदूषण देखने को मिलती है जो कि फेफड़े संबंधी बीमारी व्यक्तियों के समक्ष एक बड़ी चुनौती के रूप में भर्ती है तथा देश की इकोनॉमी को प्रभावित करती है कोविड-19 जैसी बीमारियों के दौरान यह समस्या और भी भयानक सिद्ध हो सकती है

उपाय

किसानों के मध्य जागरूकता को फैलाना तथा एनजीओ सोसायटी इत्यादि की भूमिका को सुनिश्चित करना

एनसीआर क्षेत्रों में स्मॉग टावर का लगाया जाना 

प्रदूषण नियंत्रण टेक्नोलॉजी हेतु किसानों को दी जाने वाली सब्सिडी में बढ़ोतरी

पूसा टेक्नोलॉजी के तहत फसल अपशिष्ट को खत्म कर खेत में ही खत्म करना

Air quality management commission को जल्दी स्थापित करना
कृषि बेस्ट संबंधी को बायोमास में कन्वर्ट करने के लिए एक उपयुक्त अवसंरचना को बढ़ावा दिया जाना चाहिए


GRAP project व्यापकता व समग्रता के साथ लागू करना तथा इसके दायरे को बढ़ाना दिल्ली के लोगों के मध्य प्रदूषण के खिलाफ लड़ाई में मुहिम को बढ़ावा देना जन जागरूकता को एक हथियार के रूप में प्रयोग करना





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